क्या आप जानते है Queen Elizabeth ke marne ke baad kya hoga. क़्वीन एलिज़ाबेथ के बाद कौन होगा ब्रिटेन का राजा. क़्वीन एलिज़ाबेथ के बाद ब्रिटेन मे क्या परिवर्तन होगा। ये कई सवाल है जो लोगो के मन मे है कुछ समय पहले द गार्डियन अखबार ने एक लेख प्रकाशित किया जिसमे उसने इस सवाल के जवाब प्रकाशित किए।
Queen Elizabeth की
उम्र 95 साल हो चुकी है. अपने पिता किंग
जॉर्ज छ: के देहांत के बाद क़्वीन एलिज़ाबेथ साल फरवरी 1952 मे इंग्लैंड की महारानी बनी . अपने 69 साल के राज्य काल मे क़्वीन एलिज़ाबेथ ने 15 देशो पर राज किया. क़्वीन
के शासन के दौरान 13 अमेरिकी राष्ट्रपति
और 13 ब्रिटिश प्रधान मंत्री बादल चुके है. क़्वीन के पति प्रिंस फिलिप का देहांत 9 अप्रैल
2021 को हो गया. क्या होगा क़्वीन एलिज़ाबेथ की म्रत्यु के बाद. क़्वीन एलिज़ाबेथ के बाद कौन होगा ब्रिटेन का राजा. क़्वीन एलिज़ाबेथ के बाद ब्रिटेन मे क्या परिवर्तन होगा।
क्या है ऑपरेशन “London Bridge is Down” (लंदन
ब्रिज गिर गया )
“लंदन ब्रिज इज़ डाऊन” यह कोड वर्ड है क़्वीन की म्रत्यु का. क़्वीन
की म्रत्यु के तुरंत बाद क़्वीन के पर्सनल सेक्रेटरी सर एडवर्ड यंग द्वारा एक गुप्त
संदेश टेलीफ़ोन पर ब्रिटेन के प्रधान मंत्री को भेजा जाएगा जिसमे कोड़ होगा “London Bridge is Down” (लंदन ब्रिज गिर गया ). इसके तुरंत बाद यह संदेश महारानी के विदेश कार्यालय
द्वारा दुनिया की 15 सरकारो जहा महारानी हैड ऑफ द स्टेट है जिन मे कनाडा, न्यूज़ीलैंड, आस्ट्रेलिया, जमाइका, बरबाडोस शामिल है, और 36 कॉमनवेल्थ देशों को भेजा जाएगा. इन सब के बाद मीडिया को यह समाचार दिया जाएगा. बीबीसी
द्वारा सभी तत्काल सभी कार्यक्रमों का प्रसारण रोक दिया जाएगा. बीबीसी के टेलीविज़न चैनल पर महारानी की तस्वीर के
साथ ब्रिटेन का राष्ट्रीय गीत प्रसारित किया जाएगा. और महारानी के अंतिम कार्यक्रम
को प्रसारित किया जाएगा. इसके साथ ही बीबीसी द्वारा सभी कॉमेडी प्रोग्राम का प्रसारण
अगले 12 दिन के लिए पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा. महारानी के अंतिम संस्कार वाले दिन
लंदन स्टॉक एक्स्चेंज बंद रहेगा.
Queen Elizabeth का अंतिम
संस्कार
ब्रिटेन मे 12 दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया जाएगा, इसके साथ ही राष्ट्रीय ध्वज़ भी झुका दिया 10 दिन
तक बंकिगम पैलेस के सभी कर्मचारियों को काले रंग के कपड़े पहनने होगे. ब्रिटिश राज परिवार
की आधिकारिक वैबसाइट का रंग भी काला कर दिया जाएगा, साथ ही उसपर शोक संदेश भी लिखा जाएगा.
वैसे तो किसी भी आपात
स्थिति को ध्यान मे रखते हुए शाही कर्मचारी एक ताबूत हमेशा तैयार रखते है जिसे “ फ़र्स्ट
कॉल कोफिन” कहा जाता है. उसके बाद प्लेन द्वारा लंदन के नोर्थोल्ट से एक विशेष ताबूत
महारानी के शव को रखने के लिए लाया जाएगा. महारानी के ताबूत को उठाने के लिए 10 लोगों
को चुना जाएगा, जोकि ताबूत को उठाने
से पहले महारानी के बराबर वज़न के साथ कई बार अभ्यास करेगे.
अंतिम संस्कार के 9
दिन पहले से ही हजारों बार सभी विशेष कार्यक्रमों का अभ्यास किया जाएगा. अंतिम संस्कार
की विधियों को सेंटरबरी के बिशप द्वारा किया जाएगा. बकिंगम पैलेस से अंतिम दर्शन करने
वाले लाखों लोगों की भीड़ के बीच से होते हुए महारानी के ताबूत को ब्रिटिश नौसेना के
सैनिकों द्वारा लाकर वेस्टमिस्टर हाल मे रखा जाएगा. वेस्टमिस्टर हाल को साफ कर
के 1500 मीटर बड़ा क़ालीन इसके फ़र्श पर बिछा दिया जाएगा और इसे आम लोगों के लिए बंद कर
दिया जाएगा. इस हाल मे ब्रिटिश राजपरिवार के साथ साथ सभी देशों से आए राजनयिकों और
नेता उपस्थित रहेगे.
अभी तक अनुमान है की
महारानी के शव को सेंट जॉर्ज कब्रिस्तान मे उनके माता-पिता के पास दफ़नाया जाएगा. किन्तु
यह भी हो सकता है के महारानी को उनके पति प्रिंस फिलिप के साथ दफ़नाया जाए.
Queen Elizabeth का अंतिम संस्कार ब्रिटेन का अब तक
का सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा. महारानी के अंतिम दर्शन के लिए देश विदेश से लगभग 2 लाख
लोगों के आने का अनुमान है. इसके लिए विशेष रूप से से पुलिस को लगाया जाएगा. साथ ही
लोगों की भीड़ को देखते हुए खाने और टोयलेट की व्यवस्था भी की जाएगी. सड़कों सुरक्षा
रेलिंग लगा दी जाएगी, रास्ते मे आने वाले
सभी मॉल दुकानों के होर्डिंग हटा दिये जाएगे. जनता की सुरक्षा के लिए भारी संख्या मे सशस्त्र सैनिक
तैनात किए जाएगे.
वैसे तो किसी भी आपात
स्थिति को ध्यान मे रखते हुए शाही कर्मचारी एक ताबूत हमेशा तैयार रखते है जिसे “ फ़र्स्ट
कॉल फोफिन” कहा जाता है. उसके बाद प्लेन द्वारा लंदन के नोर्थोल्ट से एक विशेष ताबूत
महारानी के शव को रखने के लिए लाया जाएगा. महारानी के ताबूत को उठाने के लिए 10 लोगों
को चुना जाएगा, जोकि ताबूत को उठाने
से पहले महारानी के बराबर वज़न के साथ कई बार अभ्यास करेगे.
अंतिम संस्कार के 9
दिन पहले से ही हजारों बार सभी विशेष कार्यक्रमों का अभ्यास किया जाएगा. अंतिम संस्कार
की विधियों को सेंटरबरी के बिशप द्वारा किया जाएगा. बकिंगम पैलेस से अंतिम दर्शन करने
वाले लाखों लोगों की भीड़ के बीच से होते हुए महारानी के ताबूत को ब्रिटिश नौसेना के
सैनिकों द्वारा लाकर वेस्टमिस्टर हाल मे रखा जाएगा. वेस्टमिस्टर हाल को साफ कर
के 1500 मीटर बड़ा क़ालीन इसके फ़र्श पर बिछा दिया जाएगा और इसे आम लोगों के लिए बंद कर
दिया जाएगा. इस हाल मे ब्रिटिश राजपरिवार के साथ साथ सभी देशों से आए राजनयिकों और
नेता उपस्थित रहेगे.
अभी तक अनुमान है की
महारानी के शव को सेंट जॉर्ज कब्रिस्तान मे उनके माता-पिता के पास दफ़नाया जाएगा. किन्तु
यह भी हो सकता है के महारानी को उनके पति प्रिंस फिलिप के साथ दफ़नाया जाए.
Queen Elizabeth का अंतिम संस्कार ब्रिटेन का अब तक
का सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा. महारानी के अंतिम दर्शन के लिए देश विदेश से लगभग 2 लाख
लोगों के आने का अनुमान है. इसके लिए विशेष रूप से से पुलिस को लगाया जाएगा. साथ ही
लोगों की भीड़ को देखते हुए खाने और टोयलेट की व्यवस्था भी की जाएगी. सड़कों सुरक्षा
रेलिंग लगा दी जाएगी, रास्ते मे आने वाले
सभी मॉल दुकानों के होर्डिंग हटा दिये जाएगे. जनता की सुरक्षा के लिए भारी संख्या मे सशस्त्र सैनिक
तैनात किए जाएगे.
क्या होगा क़्वीन
एलिज़ाबेथ की म्रत्यु विदेश मे हो जाए
महारानी एलिज़ाबेथ अब
भी विदेश दौरे करती रहती है. अगर उनकी म्रत्यु विदेश मे हो जाती है तो रॉयल एयर फोर्स
का जेट बीएई 146 उनके पार्थिक शरीर को लेने जाएगा.
ब्रिटेन का अगला राजा कौन
होगा.
परंपरा के अनुसार ब्रिटिश
सिंहासन को खाली नही रखा जाता. जैसे ही महारानी की म्रत्यु होती है तो सिंहासन के सबसे
पहले दावेदार Prince Charles को ब्रिटेन का नया राजा घोषित कर दिया जाएगा और उनका राज्याभिषेक
किया जाएगा. प्रिंस चार्ल्स के राजा बनने की आधिकारिक घोषणा सेंट जेम्स पैलेस से की
जाएगी. ब्रिटेन के नए राजा को ब्रिटेन की शाही मंत्री परिषद के सामने संसद और लंदन
चर्च के प्रति अपनी वफादारी की शपथ लेनी होगी.
ब्रिटेन का राष्ट्रियगान
बदल दिया जाएगा, अभी ब्रिटेन का राष्ट्रियगान
है “गॉड सेव द क़्वीन” प्रिंस चार्ल्स के राजा बनने के बाद राष्ट्रियगान होगा “ गॉड
सेव द किंग”. साथ ही ब्रिटेन की मुद्रा भी बदल जाएगी और नई मुद्रा पर प्रिंस चार्ल्स
की तस्वीर होगी. पुलिस और सेनिकों की ड्रेस बदल जाएगी. ब्रिटिश पासपोर्ट भी बदल जाएगा.
अगर किसी भी कारण से
प्रिंस चार्ल्स राजा का पद ग्रहण करने से मना कर देते है तो सिंहासन के अगले उतराधिकारी
होगे प्रिंस विल्लियम.
यह सभी पूर्व किए गए कार्यक्रमों और अधिकारियों द्वारा निर्धारित अनुमान पर आधारित है. इस कार्यक्र्म मे उस वक़्त के राजा प्रिंस चार्ल्स कोई भी परिवर्तन कर सकते है.