बैंक चार्जेज क्या है ? what are the bank charges?

बैंक चार्जेज क्या है ? what are the bank charges?

 

बैंक चार्जेज क्या है ? what are the bank charges?

बैंक चार्जेज क्या है ? what are the bank charges?


आज के समय मे बैंक इन्सान की सबसे बड़ी जरुरत बन गया है. हर इन्सान का बैंक मे खता जरुर होता है. एक बैंक मे कई प्रकार के चार्ज ग्राहकों से अपने द्वारा दी जाने वाली सेवाओ के बदले मे लिए जाते है. बैंक ग्राहकों के मन्न मे यह प्रश्न हमेशा रहता है की बैंक चार्जेज क्या है ? बैंक मे कितने प्रकार के चार्ज लगते है? बैंक निम्न प्रकार की सेवाओ के लिए ग्राहकों से चार्ज वसूल करता है.

1.    खाते मे राशी ना होने पर भी चेक देना : अगर किसी ग्राहक के खाते मे पर्याप्त धन राशी नही है फिर भी वह चेक काट देता है और वह चेक बैंक मे उसके खाते मे लगा दिया जाता है तो ऐसे मे पर्याप्त बैलेंस ना होने के कारण उस व्यक्ति के खाते से चार्ज काटा जायेगा.

2.    ओवरड्राफ्ट लिमिट पार करना : कुछ खता धारको को बैंक जमा राशी से अधिक धन निकलने की सुविधा देता है जिसे की ओवरड्राफ्ट सुविधा कहते है. ओवरड्राफ्ट राशी की एक सीमा होती है. अगर खाता धारक इस सीमा को पार कर जाता है तो ऐसे मे  खाते से चार्ज काट सकता है.

3.    मसिक शुल्क : कई बैंक खातो मे बैंक के द्वारा अपनी सेवाओ के लिए मासिक शुल्क लिया जाता है.

4.    खाता पास बुक शुल्क : बैंक खाते मे नई पास बुक लेने पर शुल्क लिया जाता है.

5.    विदेश से लेन देन पर शुल्क : यदि खाते में किसी भी प्रकार का विदेशी लेन देन होता है तो उसपर बैंक शुल्क लेती है.

6.    खाता विवरण शुल्क : खाते के लेन देन का विवरण लेने पर बैंक उसके लिए शुल्क ले सकती है.

7.    न्यूनतम राशी खाते मे ना रखना : हर बैंक द्वारा खाते मे रखने के लिए एक न्यूनतम राशी तय की सीमा तय होती है. यदि ग्राहक के खाते मे न्यूनतम सीमा से कम राशी होती है तो ग्राहक के खाते से मिनिमम बैलेंस फीस (minimum balance fees ) नाम से राशी काटी जाती है. 

8.    खाता निष्क्रियता शुल्क : लम्बे समय से खाते मे लेन देन ना होने पर बैंक उसपर  खाता निष्क्रियता शुल्क ले सकता है.

9.    डेबिट कार्ड शुल्क : खाते पर जारी किये गए डेबिट कार्ड पर भी बैंक शुल्क ले सकता है.

10.                       SMS Charges: खाते के लेन देन के बाद बैंक से आने वाले मोबाइल सन्देश के लिए भी बैंक शुल्क लेता है.

11.                       ATM Charge : बैंक द्वारा दी गई एटीएम सुविधा के एक तय सीमा से अधिक बार एटीएम का उपयोग करने पर बैंक उसपर शुल्क लेता है.

12.                       IMPS Charge : IMPS का पुराना नाम  Immediate Payment Service यानि तत्काल भुगतान सेवा है. IMPS के लिए बैंक द्वारा शुल्क लिया जाता है.

13.                       NEFT charge :  NEFT  का पुराना नाम National Electronic Funds Transfer यानि राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) है . एनईएफटी सेवा के लिए बैंक द्वारा शुल्क लिया जाता है.

 

 

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